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31 Jul 2023 · 1 min read

कभी रहे पूजा योग्य जो,

कभी रहे पूजा योग्य जो,
थे सदा देवतुल्य
कहाँ गए उनके सभी,
वो सिद्धान्त अतुल्य
—महावीर उत्तरांचली

1 Like · 218 Views
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