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22 Sep 2023 · 1 min read

*कभी बरसात है (घनाक्षरी)*

कभी बरसात है (घनाक्षरी)
_________________________
बार-बार देखिए चमत्कार ईश्वर के
जिसने बनाया यहाँ, दिन और रात है
नदियों-पहाड़ों-झरनों को देख लगता है
जैसे बड़ी यह एक कोई करामात है
कठपुतली-समान खेल यहाँ चल रहा
हानि और लाभ कहॉं,किसकी औकात है
छह-छह ऋतुओं को देख होता अचरज
जाड़ा कभी गरमी है, कभी बरसात है
—————————————-
रचयिताः रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर (उ.प्र.)
मोबाइल 9997615451

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