कभी धूप तो कभी खुशियों की छांव होगी,
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कभी धूप तो कभी खुशियों की छांव होगी,
ऐ ज़िंदगी! तेरे हिस्से मेरी क़िस्मत की दांव होगी
©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”
कभी धूप तो कभी खुशियों की छांव होगी,
ऐ ज़िंदगी! तेरे हिस्से मेरी क़िस्मत की दांव होगी
©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”