कभी जिस पर मेरी सारी पतंगें ही लटकती थी कभी जिस पर मेरी सारी पतंगें ही लटकती थी उसी दीवार पर इक दिन मेरी तस्वीर लटकेगी जॉनी अहमद क़ैस