कभी जब नैन मतवारे किसी से चार होते हैं
कभी जब नैन मतवारे किसी से चार होते हैं
नहीं तलवार से कम तेज उनके वार होते हैं
लगा लेते मिले हर दर्द को हँसकर गले अपने
न रहता जोर दिल पर और हम बेज़ार होते हैं
डॉ अर्चना गुप्ता
14.03.2024
कभी जब नैन मतवारे किसी से चार होते हैं
नहीं तलवार से कम तेज उनके वार होते हैं
लगा लेते मिले हर दर्द को हँसकर गले अपने
न रहता जोर दिल पर और हम बेज़ार होते हैं
डॉ अर्चना गुप्ता
14.03.2024