कब तक इंतजार तेरा हम करते
कब तक इंतजार तेरा, हम करते।
वफ़ा इसके सिवा, क्या हम करते।।
कब तक इंतजार—————–।।
इतने सितम हमने, सहे नहीं और के।
बुराई सरेआम तेरी, क्या हम करते।।
कब तक इंतजार——————-।।
तुमने भी पढ़े होंगे, खत तो हमारे।
तेरे दुश्मन का साथ, क्या हम करते।।
कब तक इंतजार——————-।।
पसंद नहीं आई तुम्हें, महफ़िल हमारी।
लहू के सिवा तलब, क्या हम करते।।
कब तक इंतजार——————–।।
परेशान तुम भी हो, चारदीवारी से।
आजाद तुम्हें नहीं, क्या हम करते।।
कब तक इंतजार———————।।
शिक्षक एवं साहित्यकार-
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)