कबसे चौखट पे उनकी पड़े ही पड़े
कबसे चौखट पे उनकी पड़े ही पड़े
दर्द सहके भी तू प्यार क्यों ढूँडता
तुझको लानत है, धोके ही खाए फ़क़त
हाय दिल! बेवफ़ा यार क्यों ढूँडता
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कबसे चौखट पे उनकी पड़े ही पड़े
दर्द सहके भी तू प्यार क्यों ढूँडता
तुझको लानत है, धोके ही खाए फ़क़त
हाय दिल! बेवफ़ा यार क्यों ढूँडता
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