कनेक्शन
कनैक्शन
कुछ लोग आते है आपकी जिंदगी में
वो कोई जीत या हार बन के नहीं आते।
वो बस आपको आगे बढ़ाने आते है।
बिना किसी नाम के रिश्ता निभाते,
कुछ लोग होते,जिनसे दिल के रिश्ते होते
पल दो पल में अच्छे लगने लगते,
सदियों से बिछुड़े अपने लगने लगते।
शायद इसी को सोल कनैक्शन कहते
कुछ लोग अचानक से कहीं भी मिल जाते
जिनसे रिश्ता रखने को दिल मचल उठता
आगे बढ़ सुनने, सुनाने को मन करता
कुछ ना होकर भी सब कुछ वो लगता
हां कुछ लोग आते है हवा के झोंके की तरह
और खुश्बू बिखेर के चले जाते है
हां कुछ लोग पल भर में अपने बन जाते
ये सोल कनेक्शन नहीं तो क्या कहे जाते है।
दीपाली अमित कालरा