कठिन परिश्रम साध्य है, यही हर्ष आधार। कठिन परिश्रम साध्य है, यही हर्ष आधार। इससे उत्तम है नहीं, जीवन में सुख सार।। ✍️ संजीव शुक्ल ‘सचिन’