कटु यथार्थ
एक बचपन अभावों में घिरा ,
एक युवा उत्प्रेरित दिग्भ्रमित हुआ ,
एक नारी समझौतों की मारी बेचारी,
एक व्यापारी जिसका धर्म मुनाफाखोरी ,
एक राजनेता चुनाव वादे कर भूल जाता ,
एक अधिकारी धन का भूखा भ्रष्टाचारी ,
एक पत्रकार रसूखदार वर्ग का चाटुकार,
एक चिकित्सक मानव रूप में भक्षक,
एक अधिवक्ता झूठ सच का खेल खेलता ,
एक किसान राजनैतिक मोहरा बन बैठा सड़क पर खोकर आत्मसम्मान ,
एक सरकार जिसे नागरिकों के हितों की अपेक्षा चुनावी वोटों की दरकार ,
एक धर्म प्रवक्ता जो आस्था के नाम पर प्रेरित करता धर्मांधता,
एक मानव जिसके निकृष्ट कृत्य समतुल्य दानव ,