कज़ा की राह
हुनर कोई सिखा दे हमें ज़िन्दगी का ,
या राह ही दिखा दे क़ज़ा की .
हाथ में लेकर ज़हर का प्याला ,
हमने तो कशमकश में सारी उम्र गुज़ार दी .
हुनर कोई सिखा दे हमें ज़िन्दगी का ,
या राह ही दिखा दे क़ज़ा की .
हाथ में लेकर ज़हर का प्याला ,
हमने तो कशमकश में सारी उम्र गुज़ार दी .