कजरी तीज
कजरी की रीति देख, प्रेम की प्रतीति देख।
महादेव मीत देख, ऐसा वर दीजिए।
गले माल डाल सांप, बाघम्बर ओढे आप ,
नंदी पे सवार जाप ,भक्तजन कीजिए।
गौरा का विवाह देख, शिव से निर्वाह देख ,
मैना व्यवहार देख, दुख मत लीजिए।
भक्तजन जाप करें ,व्रत उपवास करें,
वर को दीर्घायु करें,प्रेम रस पीजिये ।
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम