और यह होने लगी बरसात ———– गीत
सखी री समझ मेरे जज़्बात,
पिया जी नहीं है मेरे साथ।
नहीं है मेरे साथ,पिया जी नहीं है मेरे साथ,
और यह होने लगी बरसात।।
सखी री समझ मेरे जज़्बात ________
(१)
काली घटाओं का यह घेरा,
अंबर पर घीर आया री।
चमकी बिजली,नाचा मयूरा,
गीत कोयल ने गाया री।।
मुझे तो काटे बैरन रात।
पिया जी नहीं है मेरे साथ,
सखी री समझ मेरे जज़्बात —————-
(२)
गए थे कहके वे तो मुझसे,
सावन के पहले आऊंगा।
बागो की हम सैर करेंगे,
झूला तुझे झुलाऊंगा।।
देख तू ही यह बूंदे है झुलसात।
पिया जी नहीं है मेरे साथ,
सखी री समझ मेरे जज़्बात ———————
(३)
आ जाने दे अब जाने न दूंगी।
न आए तो मै कैसे जीऊंगी।।
बता बता तू ही कुछ हल।
झरने नैनो के गिरते पल पल।।
विरह की यह कैसी बरसात।
पिया जी नहीं है मेरे साथ,
सखी री समझ मेरे जज़्बात ————————-
राजेश व्यास अनुनय