Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Dec 2023 · 1 min read

औरतें नदी की तरह होतीं हैं। दो किनारों के बीच बहतीं हुईं। कि

औरतें नदी की तरह होतीं हैं। दो किनारों के बीच बहतीं हुईं। किसी एक किनारे की तरफ जब खिचतीं हैं तो दूसरा किनारा कछार में बदल जाता है और नदी एक नया दूसरा किनारा बना लेती है। जिस किनारे की तरफ नदी खिंचती है, असल में वो भी डूब जाता है और अपना अस्तित्व खोकर नदी हो जाता है। नदी, नदी ही रहती है जबकि किनारे, नदी कछार होते रहते हैं। नदी असल में प्रेम समुद्र से करती है और वो बस किनारे बदलते हुए समुद्र तक की यात्रा करती है किनारे उसके साथी नहीं हैं, उसकी यात्रा के सहयात्री हैं।

समुद्र का कोई किनारा नहीं होता, उसकी विशालता ही उसका किनारा है। समुद्र नदियों की नियति होता है, नदियों के बेशर्त प्रेम की आखरी मंजिल। वो नदियों से प्रेम नहीं करता, वो चाँद पर मरता है। चाँद को देखकर, मचलता है, तड़पता है, रोता है। किसी को कोई नहीं मिलता, नदियाँ समुद्र में मिलतीं हैं पर समुद्र नहीं मिलता। समुद्र को चाँद नहीं मिलता जबकि चाँद इतने चाहने वालों के होते के होते हुए अकेला है।

2 Likes · 1 Comment · 429 Views

You may also like these posts

कभी आ
कभी आ
हिमांशु Kulshrestha
होलिका दहन कथा
होलिका दहन कथा
विजय कुमार अग्रवाल
ଆମ ଘରର ଅଗଣା
ଆମ ଘରର ଅଗଣା
Bidyadhar Mantry
ना
ना
*प्रणय*
- एक तरफ विश्वास दूसरी तरफ विश्वासघात -
- एक तरफ विश्वास दूसरी तरफ विश्वासघात -
bharat gehlot
ये कैसे आदमी है
ये कैसे आदमी है
gurudeenverma198
रंग प्रेम के सबमें बांटो, यारो अबकी होली में।
रंग प्रेम के सबमें बांटो, यारो अबकी होली में।
श्रीकृष्ण शुक्ल
साजन की विदाई
साजन की विदाई
सोनू हंस
ग़ज़ल __गुलज़ार देश अपना, त्योहार का मज़ा भी ,
ग़ज़ल __गुलज़ार देश अपना, त्योहार का मज़ा भी ,
Neelofar Khan
कुछ सवालात
कुछ सवालात
Shyam Sundar Subramanian
**बात बनते बनते बिगड़ गई**
**बात बनते बनते बिगड़ गई**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
सिलसिला
सिलसिला
Ruchi Sharma
"अक्सर बहुत जल्दी कर देता हूंँ ll
पूर्वार्थ
అదే శ్రీ రామ ధ్యానము...
అదే శ్రీ రామ ధ్యానము...
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
Zbet– nơi bạn khát khao chinh phục những đỉnh cao thắng lợi
Zbet– nơi bạn khát khao chinh phục những đỉnh cao thắng lợi
zbetdoctor
ग़ज़ल (हुआ असर उनसे रू ब रू का)
ग़ज़ल (हुआ असर उनसे रू ब रू का)
डॉक्टर रागिनी
आसान नहीं हैं बुद्ध की राहें
आसान नहीं हैं बुद्ध की राहें
rkchaudhary2012
"समझा करो"
ओसमणी साहू 'ओश'
धर्म युद्ध जब चलना हो तो
धर्म युद्ध जब चलना हो तो
ललकार भारद्वाज
🌹🌹 झाॅंसी की वीरांगना
🌹🌹 झाॅंसी की वीरांगना
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
कुंडलिया
कुंडलिया
अवध किशोर 'अवधू'
आया सावन मन भावन
आया सावन मन भावन
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
माँ ....लघु कथा
माँ ....लघु कथा
sushil sarna
আমি হতে চাই
আমি হতে চাই
Arghyadeep Chakraborty
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Subject-Patriotism
Subject-Patriotism
Priya princess panwar
अतुल वरदान है हिंदी, सकल सम्मान है हिंदी।
अतुल वरदान है हिंदी, सकल सम्मान है हिंदी।
Neelam Sharma
जय जय अमर जवान
जय जय अमर जवान
Dr Archana Gupta
ऊचां गिरि गढ़ माळियां, वीरता रा प्रमाण।
ऊचां गिरि गढ़ माळियां, वीरता रा प्रमाण।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
तेरा राम
तेरा राम
seema sharma
Loading...