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2 Oct 2022 · 1 min read

औकात पर न जा

उलझे से रहते है, मेरे रिश्ते आजकल
इनकी वजहों में छुपी निकात पे न जा,

मुमकिन नही इनको बेहतर बनाए रखना,
है तंग कितनों से मेरे तालुकात पे ना जा।
@साहित्य गौरव

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 168 Views
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