Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Jul 2023 · 1 min read

ऑफिसियल रिलेशन

ऑफिशियल रिलेशन

“देखिए भाभीजी, हरीश भाई साहब ने अपने ओफिसिअल रिकॉर्ड में नॉमिनी में आपका नाम वाइफ के रूप में नहीं लिखा था.”
“मेरा नाम नहीं लिखा था, तो फिर किसका लिखा था ?”
“जी, वाइफ का कॉलम तो ब्लेंक है.”
“तो आप उसमे मेरा नाम लिख दीजिए.”
“देखिए ऑफिसियल कामकाज ऐसे नहीं होते.”
“क्यों ? पिछले 18 साल से आप हमारे पड़ोस में रह रहे हैं. आप ही क्यों इस ऑफिस के ज्यादातर लोग हमारे पड़ोस की कॉलोनी में ही रहते हैं और सभी जानते हैं कि मैं स्व. हरीश जी की वाइफ हूँ.”
“देखिए भाभीजी, आप हम लोगों के पर्सनल रिलेशनशिप को ऑफिसियल रिलेशनशिप से मत जोड़िए.”
“फिर क्या करूँ मैं ? आप ही बताइए.”
“आप नोटरी से पचास रुपए के स्टाम्प पेपर में एक शपथ-पत्र बनवा कर ले आइए, जिसमें दो गवाहों के हस्ताक्षर होंगे. 60-70 रुपए में नोटरी आपका काम कर देगा.”
वह सोचने लगी कि यह कैसी विडम्बना है, जिस ऑफिस का हर अधिकारी-कर्मचारी उसे पिछले अठारह साल से हरीश जी की वाइफ के रूप में जानता और मानता है, वह कोई मायने नहीं रखता. उसे हरीश की वाइफ होने की प्रूफ देने के लिए 50 रुपए के स्टाम्प पेपर में दो गवाहों, चाहे वे फर्जी ही क्यों न हो, देने पड़ेंगे.
डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा
रायपुर, छत्तीसगढ़

232 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
रिज़्क़ तू सबको दे मेरे मौला,
रिज़्क़ तू सबको दे मेरे मौला,
Dr fauzia Naseem shad
शिक्षक जब बालक को शिक्षा देता है।
शिक्षक जब बालक को शिक्षा देता है।
Kr. Praval Pratap Singh Rana
बाप अपने घर की रौनक.. बेटी देने जा रहा है
बाप अपने घर की रौनक.. बेटी देने जा रहा है
Shweta Soni
"गम का वहम"
Dr. Kishan tandon kranti
"कौन अपने कौन पराये"
Yogendra Chaturwedi
वैसे किसी भगवान का दिया हुआ सब कुछ है
वैसे किसी भगवान का दिया हुआ सब कुछ है
शेखर सिंह
How to keep a relationship:
How to keep a relationship:
पूर्वार्थ
उन्होंने कहा बात न किया कीजिए मुझसे
उन्होंने कहा बात न किया कीजिए मुझसे
विकास शुक्ल
क़दर करके क़दर हासिल हुआ करती ज़माने में
क़दर करके क़दर हासिल हुआ करती ज़माने में
आर.एस. 'प्रीतम'
आवारापन एक अमरबेल जैसा जब धीरे धीरे परिवार, समाज और देश रूपी
आवारापन एक अमरबेल जैसा जब धीरे धीरे परिवार, समाज और देश रूपी
Sanjay ' शून्य'
सौ सदियाँ
सौ सदियाँ
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
पैसे की क़ीमत.
पैसे की क़ीमत.
Piyush Goel
रंग है खुबसूरत जज्बातों का, रौशन हर दिल-घर-द्वार है;
रंग है खुबसूरत जज्बातों का, रौशन हर दिल-घर-द्वार है;
manjula chauhan
तूफ़ान कश्तियों को , डुबोता नहीं कभी ,
तूफ़ान कश्तियों को , डुबोता नहीं कभी ,
Neelofar Khan
जयंती विशेष : अंबेडकर जयंती
जयंती विशेष : अंबेडकर जयंती
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
वो कुछ इस तरह रिश्ता निभाया करतें हैं
वो कुछ इस तरह रिश्ता निभाया करतें हैं
शिव प्रताप लोधी
दिकपाल छंदा धारित गीत
दिकपाल छंदा धारित गीत
Sushila joshi
पीता नहीं मगर मुझे आदत अजीब है,
पीता नहीं मगर मुझे आदत अजीब है,
Kalamkash
मेरा तेरा जो प्यार है किसको खबर है आज तक।
मेरा तेरा जो प्यार है किसको खबर है आज तक।
सत्य कुमार प्रेमी
याद मीरा को रही बस श्याम की
याद मीरा को रही बस श्याम की
Monika Arora
मेरा लड्डू गोपाल
मेरा लड्डू गोपाल
MEENU SHARMA
23/180.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/180.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
चोट दिल  पर ही खाई है
चोट दिल पर ही खाई है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मैंने बेटी होने का किरदार किया है
मैंने बेटी होने का किरदार किया है
Madhuyanka Raj
सुलोचना
सुलोचना
Santosh kumar Miri
.
.
*प्रणय*
रुक -रुक कर रुख पर गिरी,
रुक -रुक कर रुख पर गिरी,
sushil sarna
मैने देखा नहीं है कोई चाँद
मैने देखा नहीं है कोई चाँद
VINOD CHAUHAN
तेरे पास आए माँ तेरे पास आए
तेरे पास आए माँ तेरे पास आए
Basant Bhagawan Roy
ये जो मीठी सी यादें हैं...
ये जो मीठी सी यादें हैं...
Ajit Kumar "Karn"
Loading...