ऐ सुनो
ऐ सुनो
तुम चाह दोगे
तो जल्द लौट आओगे
अपने पुराने रूप में
खुशियों के दस्तूर में
तुम बस यह बताओ
तेरे जगह मैं होता तो
मेरे लिए हौंसला
कहां से लाते तुम
मेरी कलम से…
आनन्द कुमार
ऐ सुनो
तुम चाह दोगे
तो जल्द लौट आओगे
अपने पुराने रूप में
खुशियों के दस्तूर में
तुम बस यह बताओ
तेरे जगह मैं होता तो
मेरे लिए हौंसला
कहां से लाते तुम
मेरी कलम से…
आनन्द कुमार