ऐसे वैसे संदेश जो — घनाक्षरी
सकारात्मक — संदेश
ऐसे वैसे संदेशे जो, दहशत फैलाते हैं।
बार बार उनको ही, अब ना दिखाइए।।
बिठाइए न डर भय,बहुत हुआ है क्षय।
संगीतमय गीत का , तराना बजाइए।।
बेसुरा क्यों गा रहे हो,प्रजा को डरा रहे हो।
मरा मरा अधमरा,उन्हें ना बनाइए।।
आइये ओर गाइए, डर यह भगाइए।
सजाइए बजाइए, अच्छा गाना सुनाइए।।
राजेश व्यास अनुनय