ऐसा करने से पहला प्यार हमेशा साथ रहता है।
नयन नयन से दिल मिले, समझें ज्यों अधिकार ।
होती अनबन जब शुरू, समझें त्यों व्यवहार ।।
समझें त्यों व्यवहार, कुछ नहीं अब हो पाता,
कहते फिरे फिर तब, प्रथम प्रेम न मिल पाता ।
कह आर्यन सभी से, करो गुण दोष का मिलन,
रहे प्रेम साथ तब, बहे कभी न अश्रु नयन ।।
रघु आर्यन नंदवल बहराइच/अल्लापुर इलाहाबाद