सुनो…
सुनो…
छोटी बड़ी गाड़ियों की
आवा जाही
और जिंदगी की
भाग दौड़ से अलग
चाँदनी रात में
सुनसान सड़क पर
पकड़ कर मेरा हाथ
क्या..
तुम चल सकोगी मेरे साथ??
हिमांशु Kulshreshtha
सुनो…
छोटी बड़ी गाड़ियों की
आवा जाही
और जिंदगी की
भाग दौड़ से अलग
चाँदनी रात में
सुनसान सड़क पर
पकड़ कर मेरा हाथ
क्या..
तुम चल सकोगी मेरे साथ??
हिमांशु Kulshreshtha