//एहसास//
//एहसास//
सिर्फ एहसास की पास हो तुम बस,
सिर्फ एहसास की नजदीक हो तुम।।
अनगिनत लोगो में घबराई हुई।।।।
तन पर लगती है चिपकती आंखे,
बर्फ से ठंडी सुलगती आंखे।।
अनगिनत चेहरों में उलझा लिपटा,
अनगिनत चेहरों में रखा चेहरा।।
सैकड़ों तागो में उलझाई हुई,
सहमी सिमटी हुई शरमाई हुई।।
सिर्फ एहसास की पास हो तुम,
सिर्फ एहसास की नजदीक हो बस।।