एहसान फरामोश
बेटियों से जायदा क्या बेटे एहसान फरामोश होते है ,
जो माता पिता के एहसानों को पूर्णतः भूल जाते है ।
बेटियां नहीं भूलती पराई हो कर भी प्यार दुलार ,
और बेटे उनके पास रहकर प्यार दुलार को ठुकराते है
बेटियों से जायदा क्या बेटे एहसान फरामोश होते है ,
जो माता पिता के एहसानों को पूर्णतः भूल जाते है ।
बेटियां नहीं भूलती पराई हो कर भी प्यार दुलार ,
और बेटे उनके पास रहकर प्यार दुलार को ठुकराते है