एलुमिनाई मीट पर दोहे
अल्युमनाई मीट है, पाई खुशी अपार
आंखों में सबके चमक, और ढ़ेर सा प्यार
इन दीवारों में बसी, यादें हैं अनमोल
इनसे बातें कर रहा, मन भी आँखें खोल
यादों का तो मिल रहा, नहीं ओर या छोर
और उलझ कर आ रही,नहीं पकड़ में डोर
कक्षा, शिक्षक, शिष्य सब, कितने भावविभोर
खुशियों से भीगी हुई, आंखों की है कोर
वर्धमान कॉलेज बहुत, करते हम आभार
हमें मिलाकर दे दिया, प्यारा सा उपहार
22-02-2021
डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद