एक वसूल
सीखा है एक वसूल रास्ते से, मुड़ता तो हैं सिर्फ आगे बढ़ने को।
पिछले मोड़ और चौराहे उसे याद नहीं रहते।
-शशि “मंजुलाहृदय”
सीखा है एक वसूल रास्ते से, मुड़ता तो हैं सिर्फ आगे बढ़ने को।
पिछले मोड़ और चौराहे उसे याद नहीं रहते।
-शशि “मंजुलाहृदय”