Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Aug 2024 · 1 min read

एक राखी बाँधना स्वयं की कलाई में

एक राखी बाँधना स्वयं की कलाई में
करना प्रण स्वयं के अस्तित्व रक्षणार्थ
अपने सपनों, उम्मीदों व जीवन को
देना पंख ऊँची उड़ानों के।
सीखना स्वयं के लिए खड़े होना
स्वयं को भी महत्व देना।
और हाँ तुम नहीं हो कोई वस्तु
जो हमेशा दिखे सजी, संवरी ही
तुम जैसी हो अच्छी हो, समझ
अपनी मौलिकता में जीना।
तुम प्रेम की सजीवता हो
किन्तु प्रेम में समर्पण करते हुए
स्वयं की गरिमा, मर्यादा का ख्याल रखना
खिलौना मत बनना किसी हाथ का।
सीखना दरिंदगो से निपटने के गुर
और सिखाना अपने बेटे व भाइयों को
आचरण व सभ्यता के पाठ
ताकि वो समझ सकें स्त्री की गरिमा ।
और हाँ, तुम्हें नहीं जरूरत
रंग-ढंग में पुरुषों से बराबरी करने की
जो तुम नहीं हो वह क्यों बनना ?
तुम स्त्री हो, स्वयं में पूर्ण संवरी हुई
तुम निखारो स्वयं का स्त्रीत्व
वही तुम्हारी श्रेष्ठ गरिमा है ।

67 Views
Books from Saraswati Bajpai
View all

You may also like these posts

4544.*पूर्णिका*
4544.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दोहा पंचक. . . . . देह
दोहा पंचक. . . . . देह
sushil sarna
आज मैं एक प्रण ले रहा हूं
आज मैं एक प्रण ले रहा हूं
Sudhir srivastava
🙅मैं नहीं कहता...🙅
🙅मैं नहीं कहता...🙅
*प्रणय*
🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹
🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹
Dr .Shweta sood 'Madhu'
तू उनको पत्थरों से मार डालती है जो तेरे पास भेजे जाते हैं...
तू उनको पत्थरों से मार डालती है जो तेरे पास भेजे जाते हैं...
parvez khan
अबोध जुबान
अबोध जुबान
Mandar Gangal
* फ़लक से उतरी नूर मेरी महबूब *
* फ़लक से उतरी नूर मेरी महबूब *
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
सनम की शिकारी नजरें...
सनम की शिकारी नजरें...
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
पहले मैं इतना कमजोर था, कि ठीक से खड़ा भी नहीं हो पाता था।
पहले मैं इतना कमजोर था, कि ठीक से खड़ा भी नहीं हो पाता था।
SPK Sachin Lodhi
बड़ा ही सुकूँ देगा तुम्हें
बड़ा ही सुकूँ देगा तुम्हें
ruby kumari
किसी ने खुशी लौटाया किसी ने राहत
किसी ने खुशी लौटाया किसी ने राहत
नूरफातिमा खातून नूरी
मात पिता का आदर करना
मात पिता का आदर करना
Dr Archana Gupta
"गौरतलब"
Dr. Kishan tandon kranti
कैसा हो रामराज्य
कैसा हो रामराज्य
Rajesh Tiwari
एक सवाल
एक सवाल
Lalni Bhardwaj
जिंदगी हमने जी कब,
जिंदगी हमने जी कब,
Umender kumar
सहयोग
सहयोग
Rambali Mishra
sp109 खेल खेले जा रहे हैं
sp109 खेल खेले जा रहे हैं
Manoj Shrivastava
कायनात की हर शय खूबसूरत है ,
कायनात की हर शय खूबसूरत है ,
Neelofar Khan
माँ गै करै छी गोहार
माँ गै करै छी गोहार
उमा झा
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
सच्चे देशभक्त आजादी के मतवाले
सच्चे देशभक्त आजादी के मतवाले
rubichetanshukla 781
दीवाली की हार्दिक शुभकामनाएं 🙏💐
दीवाली की हार्दिक शुभकामनाएं 🙏💐
Monika Verma
‘ विरोधरस ‘---8. || आलम्बन के अनुभाव || +रमेशराज
‘ विरोधरस ‘---8. || आलम्बन के अनुभाव || +रमेशराज
कवि रमेशराज
Second Chance
Second Chance
Pooja Singh
मुझे मजाक में लो
मुझे मजाक में लो
पूर्वार्थ
जीवन और जिंदगी
जीवन और जिंदगी
Neeraj Agarwal
प्रेम तुझे जा मुक्त किया
प्रेम तुझे जा मुक्त किया
Neelam Sharma
प्रभु -कृपा
प्रभु -कृपा
Dr. Upasana Pandey
Loading...