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RAMESH SHARMA
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13 Dec 2022 · 1 min read
एक बार जो धूल
अनुचित है देना हमें, उन रिश्तों को तूल ।
ऊपर जिनके डाल दी, एक बार जो धूल ।।
रमेश शर्मा
Language:
Hindi
Tag:
दोहा
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