*एक पुराना तन*
एक पुराना तन,
अंतिम राह तलाशता,
एक पुराना मन,
जो जीना चाहता है,
खुलकर अपनी जिंदगी,
ये आंखे,
हाथ,पाँव सब थके हुए,
फिर भी मन
बचपन की,
किलकारी मरता है,
हा एक छण के लिए,
वह अपनी अवस्था,
भूल जाता,
मन करता है,
किलकारी अंतिम ही हो,
कान थक चुके,
सुन-सुनकर,
कि बूढ़े की मति मारी गई,
आजकल मेरे संस्कार,
घर के एक कोने में रो रहे,
एक पुराना तन,
अपनी अंतिम राह तलाशता।।@निल