Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Oct 2021 · 1 min read

एक नारी की अभिलाषा करवाचौथ पर

एक नारी की अभिलाषा करवाचौथ पर
****************************
मेरी मांग के सिन्दूर भी तुम,
मेरी आंख के काजल भी तुम,
मेरी उम्र लग जाए अब तुमको,
मेरे सर के सरताज भी तुम।।

मेरे बालो के गजरे हो तुम,
मेरी नाक की नथनी हो तुम।
सजधज के आई तुम्हारे लिए,
बताओ अब मेरे कौन हो तुम ?

मेरे माथे की बिंदिया भी हो तुम,
मेरी रातों की निंदिया भी हो तुम।
रह नही सकती तुम्हारे बगैर मै,
मेरे जीवन की चिंदिया हो तुम।।

मेरे सोलह श्रृंगार भी हो तुम,
मेरा सारा संसार भी हो तुम।
तुम्हारे बिन लगता सब सूना,
मेरे जीवन के आधार हो तुम।।

अगर मैं रूठ जाऊं मनाना तुम,
अगर मैं रोऊं बहलाना भी तुम।
पति पत्नी में यह चलता रहता,
एक दूजे को मनाते रहे हम तुम।।

न मांगू मै तुमसे सोने का हार,
न मांगू मै तुमसे हीरो का हार।
मांगू तो बस एक ही चीज मांगू,
मिल जाए तुम्हारा सच्चा प्यार।।

आर के रस्तोगी गुरुग्राम

Language: Hindi
356 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ram Krishan Rastogi
View all
You may also like:
मनोकामना
मनोकामना
Mukesh Kumar Sonkar
* धन्य अयोध्याधाम है *
* धन्य अयोध्याधाम है *
surenderpal vaidya
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
बदली बारिश बुंद से
बदली बारिश बुंद से
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
#गीत-
#गीत-
*प्रणय प्रभात*
नशा त्याग दो
नशा त्याग दो
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
"आस"
Dr. Kishan tandon kranti
ख़त्म अपना
ख़त्म अपना
Dr fauzia Naseem shad
दरख्त
दरख्त
पूनम कुमारी (आगाज ए दिल)
.
.
Ankit Halke jha
*13 जुलाई 1983 : संपादक की पुत्री से लेखक का विवाह*
*13 जुलाई 1983 : संपादक की पुत्री से लेखक का विवाह*
Ravi Prakash
कुपथ कपट भारी विपत🙏
कुपथ कपट भारी विपत🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
आजा रे अपने देश को
आजा रे अपने देश को
gurudeenverma198
कभी धूप तो कभी बदली नज़र आयी,
कभी धूप तो कभी बदली नज़र आयी,
Rajesh Kumar Arjun
प्यासे को
प्यासे को
Santosh Shrivastava
उन पुरानी किताबों में
उन पुरानी किताबों में
Otteri Selvakumar
दोस्त अब थकने लगे है
दोस्त अब थकने लगे है
पूर्वार्थ
मैं गुजर जाऊँगा हवा के झोंके की तरह
मैं गुजर जाऊँगा हवा के झोंके की तरह
VINOD CHAUHAN
फितरत आपकी जैसी भी हो
फितरत आपकी जैसी भी हो
Arjun Bhaskar
आशा का दीप
आशा का दीप
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
उस रात रंगीन सितारों ने घेर लिया था मुझे,
उस रात रंगीन सितारों ने घेर लिया था मुझे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
हवेली का दर्द
हवेली का दर्द
Atul "Krishn"
3280.*पूर्णिका*
3280.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दुनिया के हर क्षेत्र में व्यक्ति जब समभाव एवं सहनशीलता से सा
दुनिया के हर क्षेत्र में व्यक्ति जब समभाव एवं सहनशीलता से सा
Raju Gajbhiye
अब अपना पराया तेरा मेरा नहीं देखता
अब अपना पराया तेरा मेरा नहीं देखता
Abhinay Krishna Prajapati-.-(kavyash)
है खबर यहीं के तेरा इंतजार है
है खबर यहीं के तेरा इंतजार है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
नज़र उतार देना
नज़र उतार देना
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
वक्त की मुट्ठी में कैद मुकद्दर क्या है ?
वक्त की मुट्ठी में कैद मुकद्दर क्या है ?
ओसमणी साहू 'ओश'
💤 ये दोहरा सा किरदार 💤
💤 ये दोहरा सा किरदार 💤
Dr Manju Saini
कमियाॅं अपनों में नहीं
कमियाॅं अपनों में नहीं
Harminder Kaur
Loading...