एक दूजे के जब हम नहीं हो सके
एक दूजे के जब हम नहीं हो सके
चैन की नींद फिर हम नहीं सो सके
बस दिखावे को ही मुस्कुराए सदा
दिल तो रोता रहा हम नहीं रो सके
डॉ अर्चना गुप्ता
15.12.2024
एक दूजे के जब हम नहीं हो सके
चैन की नींद फिर हम नहीं सो सके
बस दिखावे को ही मुस्कुराए सदा
दिल तो रोता रहा हम नहीं रो सके
डॉ अर्चना गुप्ता
15.12.2024