एक दिया बहुत है जलने के लिए
एक दिया बहुत है जलने के लिए
अंधेरे कमरे को रौशनी से भरने के लिए
क्यों डरते हो अगर अकेले हो इस दुनियां में
सूरज भी तो अकेला है तुम जलो ख़ुद के लिए
_ सोनम पुनीत दुबे
एक दिया बहुत है जलने के लिए
अंधेरे कमरे को रौशनी से भरने के लिए
क्यों डरते हो अगर अकेले हो इस दुनियां में
सूरज भी तो अकेला है तुम जलो ख़ुद के लिए
_ सोनम पुनीत दुबे