एक ज्योति
दीपावली मनायें मिलकर जय बोलें श्रीराम की
एक ज्योति प्रज्ज्वलित करें हम भारत माँ के नाम की
धन्य धन्य उनका जीवन जो लौट नहीं फिर घर आये
मातृभूमि की बलिवेदी पर प्राण निछावर कर आये
जय जयकार करें वीरों के सैन्य शौर्य अविराम की
एक ज्योति प्रज्ज्वलित करें हम भारत माँ के नाम की
मानवता का मान बढ़े, दानव का दुष्ट-दलन होवे
सीमा पर यदि शत्रु चढ़े तो पग-पग अरिमर्दन होवे
कीर्ति-पताका भूमण्डल पर फहरे बुद्ध – कलाम की
एक ज्योति प्रज्ज्वलित करें हम भारत माँ के नाम की
अवनि-पृष्ठ से दिग-दिगन्त तक गूँज उठे हर-हर बम-बम
सत्यम् शिवम् सुन्दरम् से अनुप्राणित हो मन की सरगम
कृपादृष्टि अनवरत रहे शंकर ‘असीम’ निष्काम की
एक ज्योति प्रज्ज्वलित करें हम भारत माँ के नाम की
✍️ शैलेन्द्र ‘असीम’