एक गुलाब हो
एक गुलाब हो
ख़ुद तुम…
मदमस्त, मरमरी
मल्लिका ए हुस्न
फ़ूल सी कोमल
सुगन्धित इत्र सी
कामिनी, गजगामिनी
मोहिनी, माधुरी
मनमोहिनी हो तुम प्रिया
हिमांशु Kulshrestha
एक गुलाब हो
ख़ुद तुम…
मदमस्त, मरमरी
मल्लिका ए हुस्न
फ़ूल सी कोमल
सुगन्धित इत्र सी
कामिनी, गजगामिनी
मोहिनी, माधुरी
मनमोहिनी हो तुम प्रिया
हिमांशु Kulshrestha