एक गीत स्वच्छता के नाम
गीत नहीं, गाथा है ये, स्वच्छ भारत अभियान की।
बनें जागरूक, जानें हम सब, महिमा कूड़ेदान की।।
ये कूड़ा-कचरा ही तो सब बीमारी का वाहक है।
मच्छर जनित रोग फैलाने का कूड़ा सम्वाहक है।।
यह मलेरिया, हैजा जैसी, बीमारी फैलाता है।
नहीं मिले उपचार सही तो, जीवन ही खा जाता है।।
सिर्फ गंदगी बनी हुई है, दुश्मन अपनी जान की।
बनें जागरूक, जानें हम सब, महिमा कूड़ेदान की।।
कूड़ादान रहे जिस घर में, वहां ना बीमारी आए।
संक्रामक रोगों के वाहक, खुद ही घुटकर मर जाएं।।
बने निरोगी काया, घर में लक्ष्मी जी का वास रहे।
और स्वस्थ जीवन हो सबका, कोई नहीं उदास रहे।।
इसीलिए है गली-गली में, चर्चा इस अभियान की।
बनें जागरूक, जानें हम सब, महिमा कूड़ेदान की।।
कूड़ादान अगर भर जाए, तो कूड़े का दान करो।
नगर निगम के डंपिंगघर में तुम इसका कल्याण करो।
अपशिष्टों का कर प्र्रबंधन, कुछ तो बेहतर काम करो।
फैलाकर गंदगी न अपने भारत का अपमान करो।।
कूडे़ से हम खाद बनाकर, कर दें मदद किसान की।
बनें जागरूक, जानें हम सब, महिमा कूड़ेदान की।।
लें संकल्प कभी भी कूड़ा, इधर-उधर न डालेंगे।
हम अपने दुश्मन परजीवी अब न घर में पालेंगे।।
घर-आंगन ही नहीं, सड़क भी हमको रखनी साफ है।
बदल रहे परिवेश में कूड़ा-कचरा ही अभिशाप है।।
हम सब पर ही निर्भर है, सफलता इस अभियान की।
बनें जागरूक, जानें हम सब, महिमा कूड़ेदान की।।
कूड़ा-कचरा सबसे ज्यादा, पॉलीथिन फैलाती है।
यह इस तरह बनी हुई है, नष्ट नहीं हो पाती है।।
बस कपड़े का झोला इसका सबसे सही विकल्प है।
आओ, बंद करें पॉलीथिन, दोहराएं संकल्प है।।
पॉलीथिन बड़ी है दुश्मन गौमाता की जान की।
बनें जागरूक, जानें हम सब, महिमा कूड़ेदान की।।
अगर निरोगी रहना है तो शौच खुले में बंद करो।
ओडीएफ बनो खुद, आओ, अब ऐसा प्रबंध करो।।
औरों को प्रोत्साहित करके अपना धर्म निभाओ जी।
भारत मां के पूत हो तो तुम मां को नहीं लजाओ जी।।
शौचालय है आज जरूरत हर घर-हर इंसान की।
बनें जागरूक, जानें हम सब, महिमा कूड़ेदान की।।
-विपिन शर्मा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मो-9719046900