एक गीत शीर्षक वही तू है
मेरा एक गीत उस दोस्त के लिए जो अपने पैसे के घमण्ड में मुझे यह कहकर छोड़ गया था की मुझे तमीज़ नहीं बात करने की मेरी ओकात क्या है आज वो मुझसे एक बार फिर मदद मांगता हैं और मैं उससे अब बात भी नहीं करना चाहता क्यूकि मेरी तो आज भी वही औकात है पर मेरा यह गीत एक दोस्त के लिए है और उसको उसकी गलती का अहसास तक नहीं
आज मांगता फिर वो मेरा साथ
आज मांगता फिर वो मेरा हाथ
खामखाँ का बवाल ऐसा सवाल वही तू है
पहली नजर की वो मुलाकात
बीत गई वो हमसे थी जो बात
नहीं कोई मलाल किया जो बुरा हाल वही तू है
दोस्ती में तो यह सब नहीं चलता
बिना बाती के दिया नहीं जलता
मुझ पर उठा के सवाल कर आँखें लाल वही तू है
मेरी जिंदगी बनाकर ख़ाकसार
सिसकती यादों के दर्दे गुब्बार
मुझे कर के बेहाल नहीं था तुझे मलाल वही तू है
क्यों माँगता तू फिर से मेरा साथ
भुला नहीं मैं वो गम की बरसात
जो तेरा हाल नहीं मुझे उसका मलाल वही तू है
खराब दिन और गरीब थे मेरे हालात
आज भी फिर से वही है मेरी ओकात
मत पूछ मेरा हाल मैं आज भी फटेहाल वही तू है