!! एक ख्याल !!
!! एक ख्याल !!
आज बैठे बैठे एक ख्याल आया कि किसी अपने का ख्वाब आया और दुआँओ से लबरेज आया और एक पैगाम आया फिर एक खुबसुरत सा अहसास आया और मेरे होठो पे एक मुस्कान आया वो वहाँ भी आया और यहाँ भी आया फिर लगा कितनी सच्ची और करीस है ये ख्वाबों कि दुनियां जहाँ कोई लालिमा नही जहाँ कोई किसी का ख्याब नहीं छीनता जहाँ किसी के सपने नहीं टुटते कि फिर किसी अपने का एहसास आया और अपनी दुनियां का ख्याल आया न जाने कहा था वे जो अपने ह्रदय मे स्थान दिया अपने का ख्याल आया आज बैठे बैठे एक ख्याल आया
स्वरा कुमारी आर्या ✍️