“एक अग्नि की चिंगारी काफी है , जंगल जलाने के लिए l एक बीज का
“एक अग्नि की चिंगारी काफी है , जंगल जलाने के लिए l एक बीज का जुनून काफी है , अंकुरित होने के लिए ll
युहीं ना हो विचलित पथ की एक बाधा से ,
एक छोटा विश्वास काफी है, बड़ी जीत पाने के लिए ll
“नीरज कुमार सोनी”
“जय श्री महाकाल”🕉️