Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Dec 2023 · 1 min read

एकादशी

अगहन कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को उत्पन्ना एकादशी के नाम से जाना जाता है आज उत्पन्ना एकादशी है. उत्पन्ना एकादशी के दिन ही श्रीविष्णु के शरीर से एकादशी माता का जन्म बद्रीनाथ धाम में हुआ था क्योंकि ये एकादशी उपवास की उत्पत्ति का प्रतीक है इसलिए इसे उत्पत्तिका, उत्पन्ना और वैतरणी एकादशी कहा जाता है. इसी एकादशी से साल भर के एकादशी व्रत की शुरुआत की जाती है हेमंत ऋतु में आने वाली इस एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है. पुराणों के अनुसार कि इसी दिन एकादशी माता ने मूर दैत्य का वध करके देवताओं की रक्षा की थी जो सोए हुए भगवान विष्णु को मारने का इरादा रखता था.इस पर भगवान विष्णु ने प्रसन्न होकर माता को वरदान दिया था कि देवी तूने देवताओं की रक्षा की है। इसलिए एकादशी के नाम से तेरी पूजा होगी तथा तेरे नाम लेने से हर प्राणी को मुक्ति मोक्ष मिलेगा। देवी एकादशी को भगवान विष्णु की सुरक्षात्मक शक्तियों में से एक माना जाता है. …आप सभी को उत्पन्ना एकादशी की हार्दिक शुभकामना ..माता एकादशी और भगवान विष्णु से यही प्रार्थना कि सभी रोग, शोक से दूर रहे व चारों ओर सुख, समृद्धि और खुशहाली हो। सबके जीवन में मंगल एवं शुभत्व का दीप देदीप्यमान रहे,अनवरत आनंद की वर्षा होती रहे, यही कामना करता हूं। उनकी कृपा आप सभी पर बनी रहे ..’ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ 🙏🙏🌹🌹🙏🙏

142 Views

You may also like these posts

राम हिंद की गौरव गरिमा, चिर वैभव के गान हैं (हिंदी गजल)
राम हिंद की गौरव गरिमा, चिर वैभव के गान हैं (हिंदी गजल)
Ravi Prakash
तेरी सूरत में मोहब्बत की झलक है ऐसी ,
तेरी सूरत में मोहब्बत की झलक है ऐसी ,
Phool gufran
गरीबी के मार,बीवी के ताने
गरीबी के मार,बीवी के ताने
Ranjeet kumar patre
क्या कहूं अपने बारे में अब बस, दुश्मन सा ही लगता हूं लेकिन ।
क्या कहूं अपने बारे में अब बस, दुश्मन सा ही लगता हूं लेकिन ।
Ashwini sharma
जवानी
जवानी
अखिलेश 'अखिल'
बायण बायण म्है करूं, बायण  म्हारी  मात।
बायण बायण म्है करूं, बायण म्हारी मात।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
बेवजहा
बेवजहा
Swami Ganganiya
2756. *पूर्णिका*
2756. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
चांद सितारे टांके हमने देश की तस्वीर में।
चांद सितारे टांके हमने देश की तस्वीर में।
सत्य कुमार प्रेमी
किसी अनजाने पथ पर भय जरूर होता है,
किसी अनजाने पथ पर भय जरूर होता है,
Ajit Kumar "Karn"
-शेखर सिंह ✍️
-शेखर सिंह ✍️
शेखर सिंह
🌷*
🌷*"आदिशक्ति माँ कूष्मांडा"*🌷
Shashi kala vyas
कहीं भी
कहीं भी
Shweta Soni
ग़ज़ल (बड़ा है खिलाड़ी ,खिलाता है तू ..................).....................
ग़ज़ल (बड़ा है खिलाड़ी ,खिलाता है तू ..................).....................
डॉक्टर रागिनी
मोहन का परिवार
मोहन का परिवार
जय लगन कुमार हैप्पी
ज़िम्मेदारी उठाने की बात थी,
ज़िम्मेदारी उठाने की बात थी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*भटकाव*
*भटकाव*
Priyank Upadhyay
धनानि भूमौ पशवश्च गोष्ठे भार्या गृहद्वारि जनः श्मशाने। देहश्
धनानि भूमौ पशवश्च गोष्ठे भार्या गृहद्वारि जनः श्मशाने। देहश्
Satyaveer vaishnav
आज, नदी क्यों इतना उदास है.....?
आज, नदी क्यों इतना उदास है.....?
VEDANTA PATEL
शे
शे
*प्रणय*
छुट्टी चन्दा मामा के घर
छुट्टी चन्दा मामा के घर
Dr Archana Gupta
प्लास्टिक की गुड़िया!
प्लास्टिक की गुड़िया!
कविता झा ‘गीत’
बिटिया और धरती
बिटिया और धरती
Surinder blackpen
**जिंदगी रेत का ढेर है**
**जिंदगी रेत का ढेर है**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
अमृता प्रीतम
अमृता प्रीतम
Dr fauzia Naseem shad
सिंपल सी
सिंपल सी
Deepali Kalra
" शबाब "
Dr. Kishan tandon kranti
जगदाधार सत्य
जगदाधार सत्य
महेश चन्द्र त्रिपाठी
तुम कहते हो कि ज़माना अच्छा नहीं
तुम कहते हो कि ज़माना अच्छा नहीं
Jyoti Roshni
हमारी प्यारी मां को जन्म दिन की बधाई ..
हमारी प्यारी मां को जन्म दिन की बधाई ..
ओनिका सेतिया 'अनु '
Loading...