एकता में बल
होता है जब साथ नमी का
एक कोमल बीज चीर देता है धरती का सीना
साथ मिलकर चलोगे अगर
ये जान लो बात मेरी, मुश्किल नहीं है जीना
है एकता में शक्ति बहुत
कोई झुठला नहीं सकता ये कहावत
है सब बस अपने यहां पर
क्यों रखते हो तुम किसी से अदावत
क्यों बनाता है दूरियां अपनों से
मिलकर रहने से भला होगा तेरा भी
सबको अच्छा लगता है प्यार
दिल सुकून से जीना चाहता है तेरा भी
देख लिए हमने फूट के परिणाम
सदियों की पराधीनता सही है हमनें
है ज़रूरत आज भी एकता की हमें
ऐसे ही ये बात आज कही नहीं है हमनें
चार पल के जीवन को हम
आओ मिलकर ही गुज़ार दें
जो नहीं है स्मर्थ यहां पर
उसको भी खुशियों की फुहार दें
मिलकर साथ चलने से हमारे
बढ़ती हैं खुशियां और हल्के होते है गम
मिलकर साथ चलने से हमारे
हारती है कठिनाइयां और जीतते है हम
लें प्रण आज मिलकर हम
मिलकर ही रहेंगे हमेशा अब हम
मिलकर बनाएंगे राह अपनी
मिलकर ही छुएंगे ये आसमां हम।