ऋतुराज सवैया
ऋतुराज सवैया – इस सवैया में चार चरण होते हैं। प्रत्येक चरण में 7 सगण ( ।।ऽ ) का प्रयोग होता है। इस सवैया छंद में कुल 21 वर्ण होते हैं।
यह रोग भयानक कोविड है इसका अनुमान करो।
निज यौवन वैभव का अपने मन में न गुमान करो।
अब भीड़ नहीं रह दो गज दूर सुरक्षित जान करो।
रघुनाथ हरें हर रोग सभी उनका अब ध्यान करो।।
डाॅ बिपिन पाण्डेय