चंद शब्दों से नारी के विशाल अहमियत
जमाने को मौका चाहिये ✨️ दोगे तो कतरे जाओगे
रूठ जा..... ये हक है तेरा
प्रेम न तो करने से होता है और न ही दूर भागने से प्रेम से छुट
चुप्पियाँ बढ़ती जा रही हैं उन सारी जगहों पर जहाँ बोलना जरूरी
कविता-आ रहे प्रभु राम अयोध्या 🙏
अग्नि परीक्षा सहने की एक सीमा थी
प्रिय, बीत गये मधुमास....
भक्त औ भगवान का ये साथ प्यारा है।
मेरे यार सारे किसी परिवार से कम नहीं...!!
#वीरबालदिवस
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
श्रेणी:हाइकु - डी के निवातिया