उड़ते दूर गगन में बादल
1.
उड़ते दूर गगन में बादल
जब बरसें बन जाए जीवन
खिले प्रकृति चहुँ ओर दिशा में
खिल जाए वन उपवन – उपवन
2.
किस्मत के रंगीं फूलों से
खुशबू जो उड़ जायेगी
जिन्दगी हमारी वीरान , वीरान
वीरान हो जायेगी
1.
उड़ते दूर गगन में बादल
जब बरसें बन जाए जीवन
खिले प्रकृति चहुँ ओर दिशा में
खिल जाए वन उपवन – उपवन
2.
किस्मत के रंगीं फूलों से
खुशबू जो उड़ जायेगी
जिन्दगी हमारी वीरान , वीरान
वीरान हो जायेगी