उस मुहल्ले में फिर इक रोज़ बारिश आई,
उस मुहल्ले में फिर इक रोज़ बारिश आई,
आंसू अब के बार आसमां से नहीं आंखों से छलके थे
©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”
उस मुहल्ले में फिर इक रोज़ बारिश आई,
आंसू अब के बार आसमां से नहीं आंखों से छलके थे
©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”