उसकी एक नजर
गुड ऑफ्टर नून की कानों में आवाज पड़ी
जब देखा तो एक बाला थी खड़ी
पल भर में मेरी नजर लड़ी
उसने बातों की बौछार छोड़ी
जो मेरे दील पर आन पड़ी
थी वह लम्बी गोरी छरहरी
मेरी बातों पर वह हँस पड़ी
जब चलने की बारी आई तो झट बस पर चढ़ी
कुछ देर बातों की लगी झड़ी
फिर मिलते हैं कहकर वह बस से उतरी
वाह कितना अच्छा था उससे मुलाकात की घड़ी ।
उसके नाम।
साहिल की कलम से……?