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18 Jan 2024 · 1 min read

उल्फ़त का आगाज़ हैं, आँखों के अल्फाज़ ।

उल्फ़त का आगाज़ हैं, आँखों के अल्फाज़ ।
नूर हुस्न का दे रहा, ख़्वाबों को परवाज़ । ।

सुशील सरना / 18-1-24

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