उल्टा चोर कोतवाल को डांटे …
ईश्वर यदि देता है दंड ,
तो निर्लज्जता से शिकायत करते हैं।
अपनी अंतरात्मा में नहीं झांकते ,
उल्टे उसी पर आरोप लगाते हैं।
यह है आज के कुटिल मनुष्य ,
ईश्वर को ही उलाहने देते हैं।
ईश्वर यदि देता है दंड ,
तो निर्लज्जता से शिकायत करते हैं।
अपनी अंतरात्मा में नहीं झांकते ,
उल्टे उसी पर आरोप लगाते हैं।
यह है आज के कुटिल मनुष्य ,
ईश्वर को ही उलाहने देते हैं।