उम्मीद का दिया
उम्मीद का दिया कहीं जला कर रखना
हर क़ीमत पर धैर्य को बना कर रखना
हौसला किसी हालत टूटना नहीं चाहिए
एक दूसरे के कंधे से कंधा मिलाकर चलना
एक एक अलग रहें तो लकड़ी टूट जाती है
गट्ठर लकड़ी की, सा मिलकर मज़बूत रहना
हर अंधेरे का अंत हमेशा उजाले में है होता
हाथ में हाथ एक दूसरे का लेकर चलते रहना
डा. राजीव “सागरी”