उनके बिना
उनके बिना जीने की आदत न थी
उनके बिना रहने की हसरत न थी
कैसे रोक लेते उनको दूर जाने से भला
उनको हमारी जरूरत ही न थी।।
उनके बिना जीने की आदत न थी
उनके बिना रहने की हसरत न थी
कैसे रोक लेते उनको दूर जाने से भला
उनको हमारी जरूरत ही न थी।।