उनकी हर अदा पर
उनकी हर अदा पर इक गजल लिख दूँ,
सांसों को खुशबू और धड़कन को कवल लिख दूँ।
नाम कर दूँ दिल की जागीर को उनके खातिर,
और सारी दुनिया को इस दिल से बे-दखल लिख दूँ।
उनकी हर अदा पर इक गजल लिख दूँ,
सांसों को खुशबू और धड़कन को कवल लिख दूँ।
नाम कर दूँ दिल की जागीर को उनके खातिर,
और सारी दुनिया को इस दिल से बे-दखल लिख दूँ।