ईद मुबारक सबको
मेवा-मिठाइयों से, सजे हर घर आंगन।
चांद की चमक से, जगमगाए रात-दिन।
सब जन पर बरसे, खुदा की रहमत।
हर चेहरे पर बिखरे, ईद की खुशियाँ।।
हर रास्ते पर चमके, प्रेम की क्यारी।
सब के दिलों में जले, प्यार की ज्योति।।
कोई न रहे अकेला, हर ओर हो रोशनी।
गले मिले सब, मिटा दें यह रात अंधेरी।।
जीवन सजे सुंदर, हर घर में हो समृद्धि।
भ्रातृ प्रीत सीखें, सबको ही दे ईदी।।
सब को सुख मिले, यही दुआ ईद की।
ईद मुबारक सबको, यही कहें अदिति।।
– सुमन मीना (अदिति)
लेखिका एवं साहित्यकार