इस राष्ट्र की तस्वीर, ऐसी हम बनायें
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आये नजर जिसमें, सबके लिए खुशी।
इस राष्ट्र की तस्वीर, ऐसी हम बनाये।।
आबाद हो सबकी खुशी, ऐसा करें हम।
इस राष्ट्र की मंजिल, ऐसी हम बनाये।।
आये नजर जिसमें———————-।।
सबको मिले आजादी, ऐसी हो विधि।
यहाँ दूर हो गरीबी, सबको मिले निधि।।
प्रगति के साधन हो, यहाँ सभी के पास।
इस राष्ट्र की सरकार, ऐसी हम बनाये।।
आये नजर जिसमें——————-।।
चैनो- अमन के फूल, यहाँ खिलते रहें।
अखंडता की ज्योति, यहाँ जलती रहें।।
वसुधैव कुटुम्बकम की हो, यहाँ भावना।
इस राष्ट्र की प्रीत, ऐसी हम बनाये।।
आये नजर जिसमें——————।।
बिना भेदभाव के, सम्मान सभी का हो यहाँ।
वीर- महापुरुषों का, गुणगान हमेशा हो यहाँ।।
विश्वगुरु बने भारत, ऐसे हम कर्म करें।
इस राष्ट्र की तालीम, ऐसी हम बनाये।।
आये नजर जिसमें——————।।
शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)